वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल द्वारा जानकारी देते हुये बताया गया कि विगत वर्ष 17 सितम्बर को थाना पटेलनगर पर डा. सुरेश कुमार भारतीय वन्य जीव संस्थान दे.दून द्वारा मुकदमा दर्ज कराया गया था कि भारतीय वन्य जीव संस्थान देहरादून में मल्टी टास्किंग स्टाफ पद के लिए परीक्षा का आयोजन राजाराम मोहन राय पब्लिक स्कूल पटेलनगर में आयोजित किया गया था।
जिसकी द्वितीय पारी में परीक्षा के दौरान दो अभ्यर्थियों की गतिविधि संदिग्ध पाये जाने एवं उनकी चैकिंग करने पर उनके कान से एक छोटा इयर फोन व छाती पर कमीज के नीचे से कैमरे से युक्त एक ईलेक्ट्रनिक डिवाईस एवं मेज के नीचे से एक और ईलैक्ट्रॉनिक डिवाईस, जिस पर मोबाईल कम्पनी का सिम लगा हुआ था, बरामद हुयी थी। जिस पर पुलिस ने तत्समय परीक्षा देते हुये पकड़े गये दोनो अभ्यर्थियों नवराज पुत्र ईश्वर निवासी जीन्द, हरियाणा एवं प्रदीप पुत्र हरेन्द्र मोर निवासी जीन्द हरियाणा को गिरप्तार कर जेल भेजा गया।
मामले में किसी बड़े संगठित गिरोह के संलिप्त होने तथा परीक्षा में नकल कराये जाने की गम्भीरता को देखते हुये इस मामले की विवेचना पुलिस मुख्यालय द्वारा उत्तराखण्ड एसटीएफ को सुपुर्द की गयी। विवेचना से पता चला कि इस मामले में पकड़ा गया दूसरा अभ्यर्थी प्रदीप पुत्र हरेन्द्र किसी अन्य अभ्यर्थी मोहित मोर्य के नाम से परीक्षा दे रहा था|
इस मामले में अन्य दो सदस्य सोनू पुत्र शीशपाल निवासी कैथल हरियााण एवं पवन पुत्र सुरेन्द्र जीन्द हरियाणा के नाम प्रकाश में आये। जिनकी गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ द्वारा हरियाणा में दबिश दी गयी लेकिन वह फरार हो गये। जिस पर एसटीएफ ने उनकी गिरफ्तारी हेतू वारण्ट जारी कराये गये|
साथ ही मोहित मोर, पवन वासी और सोनू सिंह की गिरफ्तारी के लिये देहरादून पुलिस की ओर से प्रत्येक पर 15कृ15 हजार रूपये ईनाम की घोषणा की गयी थी। जिनमें से एसटीएफ द्वारा सोनू सिंह को पिछले महीने हरियाणा के कैथल से गिरफ्तार किया गया एव उत्तराखण्ड एसटीएफ की गिरफ्तारी के डर से मोहित मोर द्वारा न्यायालय देहरादून में समर्पण किया जा चुका है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ ने बताया कि ईनामी पवन वासी पुत्र सुरेन्द्र वासी के सम्बन्ध में एसटीएफ को सूचना मिलने के बाद बीते रोज उसे रोहतक एसटीएफ के साथ संयुक्त आप्रेशन चलाकर हरियाणा के जनपद जींद के थाना उचाना क्षेेत्र से गिरफ्तार कर लिया गया है।