- महंत अस्पताल में साढ़े तीन वर्षीय बच्चे का हुआ सफल बर्न उपचार
- 30 दिनांे तक चला उपचार, इलाज के बाद बच्चा स्वस्थ
- छोटे बच्चों को खेलकूद के दौरान बिजली उपकरणों, गर्म पानी व एसिड से दूर रखेंः डॉ व्यास
देहरादून। महंत इन्दिरेश अस्पताल के प्लास्टिक सर्जरी विभाग में साढ़े तीन वर्षीय बच्चे का सफल बर्न उपचार किया गया। एक
दुर्घटना में बच्चा घर पर गर्म पानी से 50 प्रतिशत जल गया था। बच्चे की उम्र कम होने की वजह से बर्न उपचार संवेदनशील था। एक महीने तक चले उपचार के बाद बच्चे की हालत ठीक है व बच्चे को जल्द ही डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।
उत्तरकाशी निवासी साढ़े तीन वर्षीय बच्चा घर में खेलते हुए गर्म पानी का बर्तन गिर जाने के कारण गर्म पानी की चपेट में आ गया था। गर्म पानी के कारण सिर के नीचे शरीर का लगभग पूरा हिस्सा झुलस गया था। बच्चा 50 प्रतिशत तक झुलस गया था। मेडिकल साइंस में इसे स्कैल्ड बर्न कहा जाता है। महंत इन्दिरेश अस्पताल की प्लास्टिक सर्जरी में परिजन बच्चे को उपचार के लिए लेकर आए। प्लास्टिक सर्जरी विभाग की प्रमुख डॉ. किनरी ए. व्यास रावत व उनकी टीम ने बच्चे को उपचार दिया। एक माह तक चले उपचार के बाद बच्चा करीबन पूरी तरह ठीक है, उसके सारे जख्म ठीक हो गए हैं।
डॉ डॉ किनरी ए. व्यास रावत ने कहा कि बर्न की वजह से बच्चा सैपसिस में भी चला गया था, सघन उपचार के बाद बच्चा 25वें दिन रिकवर कर गया। बच्चे का छोटा सा स्किन ग्राफ्ट भी लगाया गया है। डॉ. व्यास ने जानकारी दी कि बच्चे के भविष्य को देखते हुए इस प्रकार का आधुनिक उपचार दिया गया है कि बच्चे के शरीर में कम से कम बर्न से बनने वाले निशान (स्कार) कम से कम बनेंगे। डॉ व्यास ने सभी अभिभवाकों को संदेश देते हुए कहा कि छोटे बच्चों को खेलकूद के दौरान बिजली के उपकरणों, गर्म पानी व एसिड जैसी खतरनाक चीजों से दूर रखें। सावधानी ही बचाव है। बच्चे के उपचार को सफल बनाने में सहायक डॉक्टरों व नर्सिंग टीम का भी विशेष सहयोग रहा।