- ‘अग्निपथ’ के खिलाफ देश भर में हिंसक प्रदर्शन
- ट्रेनें जलाईं, पटरियां उखाड़ीं, भाजपा दफ्तर फूंका
- कई राज्यों में रेल यातायात पूरी तरह बाधित
- भाजपा विधायक अरुणा देवी पर प्रदर्शनकारियों ने किया पथराव
- बिहार, उत्तराखंड, राजस्थान, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर व दिल्ली में युवाओं का गुस्सा फूटा
नई दिल्ली। केंद्र सरकार जिस अग्निपथ योजना को देश का भविष्य बदलने वाली योजना बता रही है, उसी योजना के खिलाफ देश के कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन हो रहें है, बिहार से लेकर उत्तराखंड, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली समेत देश के कई राज्यों में स्थिति हिंसक हो गई है।
बिहार में हिंसक प्रदर्शनकारियों ने ट्रेनों में आग लगाई, विधायक पर हमला तक कर डाला। बिहार में केंद्र सरकार की सैन्य बलों में भर्ती की नई योजना ‘अग्निपथ’ के खिलाफ लगातार दूसरे दिन विरोध-प्रदर्शन जारी रहा। इस दौरान कई प्रदर्शनकारियों ने ट्रेनों में आग लगा दी और पथराव किया। प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और रेलवे पटरियों पर धरना देने वाले युवाओं को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया। वहीं, नवादा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की विधायक अरुणा देवी एक अदालत जा रही थीं, तभी उनके वाहन पर प्रदर्शनकारियों ने पथराव किया, जिसमें विधायक सहित पांच लोग घायल हो गए। अरुणा ने कहा, प्रदर्शनकारी मेरी गाड़ी पर लगे पार्टी के झंडे को देखकर भड़क गए, उन्होंने झंडे को भी निकाल दिया, मेरे चालक, दो सुरक्षा कर्मी और निजी स्टाफ के कई सदस्यों को चोटें आई हैं। प्रदर्शनकारियों ने भभुआ और छपरा स्टेशन पर बोगियों में आग लगा दी और कई जगहों पर डिब्बों के शीशे तोड़ दिए। भोजपुर जिला मुख्यालय आरा में बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों ने रेलवे स्टेशन को घेर लिया, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। हाजीपुर में पूर्व मध्य रेलवे के मुख्यालय से प्राप्त जानकारी के मुताबिक इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर रेल सेवाएं बाधित हुईं। पटना-गया, बरौनी-कटिहार और दानापुर-डीडीयू जैसे व्यस्त मार्ग सबसे ज्यादा प्रभावित हुए। बक्सर स्टेशन के प्रबंधक राजन कुमार ने बताया कि कई ट्रेनें बाहरी सिग्नल पर फंसी हुई हैं, क्योंकि आंदोलनकारियों ने पटरियों को जाम कर दिया है।
प्रदर्शनकारियों द्वारा किए गए प्रदर्शनों के कारण जहानाबाद, बक्सर, कटिहार, सारण, भोजपुर और कैमूर जैसे जिलों में सड़क यातायात बाधित हुआ, जहां पथराव की घटनाओं में कई स्थानीय लोग घायल हो गए। मध्य प्रदेश में उखाड़ी गईं पटरियां, तोड़े गए सिग्नल-दिल्ली समेत उत्तर भारत से आने वाली ट्रेनों को रोका गया। ग्वालियर में हिंसक विरोध हो रहा है, छात्र सड़क पर जमकर तोड़फोड़ कर रहे हैं। हजारों युवाओं का उग्र प्रदर्शन जारी है। गोला का मंदिर चैराहे पर आगजनी करने के बाद छात्र बिरला नगर रेलवे स्टेशन पर पहुंचे, जहां उन्होंने जमकर तोड़फोड़ की। ट्रेनों पर हमले किए गए, पटरियां उखाड़ी गईं और सिग्नल भी तोड़े दिए गए। रेल यातायात पूरी तरह बाधित हो गया है। छात्र मेन रेलवे स्टेशन तक पहुंच गए हैं।
वहीं, बाहरी दिल्ली के नांगलोई रेलवे स्टेशन पर एक दर्जन से अधिक सेना में भर्ती के आकांक्षी युवाओं ने पटरियों पर लेटकर रेल का मार्ग अवरुद्ध किया। पुलिस के मुताबिक रेलवे भर्ती परीक्षाओं में देरी और अग्निपथ योजना के विरोध में सुबह करीब नौ बजकर 45 मिनट पर नांगलोई रेलवे स्टेशन पर करीब 15-20 लोग जमा हुए, पुलिस ने कहा कि उन्होंने एक ट्रेन को रोका जो हरियाणा के जींद से पुरानी दिल्ली के लिए जा रही थी। उन्होंने बताया कि पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची जहां जीआरपी के कर्मचारी भी मौजूद थे और अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों से शांतिपूर्वक रेलवे ट्रैक खाली करने को कहा। पुलिस उपायुक्त (बाहरी) समीर शर्मा के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने कहा कि उन्होंने दो-तीन साल पहले सरकारी नौकरियों के लिए आवेदन किया था, लेकिन भर्ती के लिए परीक्षाएं अभी तक आयोजित नहीं की गयी हैं और उन्होंने अब न्यूनतम पात्रता उम्र पार कर ली है। अधिकारी ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और सभी छात्रों को रेलवे ट्रैक से हटा लिया गया है। उत्तराखंड के देहरादून, खटीमा, अल्मोडा, हरिद्वार व टिहरी में भी सैकड़ों युवाओं ने सड़कों पर उतर कर केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना का पुरजोर विरोध किया। सैकड़ों की संख्या में युवाओं ने खटीमा नगर में जुलूस निकाला और विरोध जताया। युवाओं ने खटीमा तहसील पहुंचकर प्रशासन के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा और इस योजना को जल्द से जल्द वापस लिए जाने की मांग की।
गुरुग्राम और रेवाड़ी के बिलासपुर और सिधरावाली इलाकों के युवा सड़कों पर उतर आए। प्रदर्शनकारियों ने गुरुग्राम-जयपुर राजमार्ग पर बस अड्डे और सड़कों पर घेराबंदी करते हुए बिलासपुर चैक पर विरोध प्रदर्शन किया। राजस्थान में प्रदर्शन-जयपुर के करधनी थाना क्षेत्र में युवाओं ने अजमेर-दिल्ली एक्सप्रेस वे राजमार्ग पर विरोध प्रदर्शन किया और जाम लगा दिया। पुलिस ने बताया कि मामले में 10 युवाओं को शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। आक्रोशित युवाओं ने केन्द्र सरकार की सेना में भर्ती योजना ‘अग्निपथ’ के अलावा सेना में लंबित भर्ती, लिखित परीक्षा आयोजित करने सहित अन्य भर्ती संबंधी मांगों को लेकर जयपुर-अजमेर राष्ट्रीय राजमार्ग पर विरोध प्रदर्शन किया। करधनी थानाधिकारी बनवारी लाल ने बताया कि दोपहर में करीब 150-200 युवाओं ने अजमेर-दिल्ली एक्सप्रेस हाईवे पर सेना में लंबित भर्ती, सेना में भर्ती के लिये लिखित परीक्षा आयोजित नहीं करने संबंधी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने बताया कि युवाओं के विरोध प्रदर्शन के कारण राजमार्ग पर पांच किलोमीटर लंबा जाम लग गया। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे 10 नामजद लोगों को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार किया और 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 283, 188, 143 के तहत मामला दर्ज किया है। वहीं, जम्मू-कश्मीर में भी विरोध हो रहा है। क्या है योजना- इस योजना के तहत थलसेना, नौसेना और वायुसेना में चार साल के लिए नई भर्तियां होंगी, चार साल के बाद 75 फीसदी सैनिकों को पेंशन जैसी सुविधाओं के बगैर ही सेवानिवृत्त कर दिया जाएगा, शेष 25 प्रतिशत को भारतीय सेना में नियमित रखने का प्रावधान किया गया है।