देहरादून| Shravan kumar drama पर्वतीय रामलीला कमेटी देहरादून की रामलीला के मंच पर पांचवे दिन केवट दृश्य, सुमंत विलाप, दशरथ विलाप व राम-भरत मिलन के साथ ही पहली बार श्रवण कुमार नाटक का भी मंचन किया गया। श्रवण कुमार नाटक के सुंदर मंचन से सभी दर्शकों का मन मोहा श्रवण कुमार के भावनात्मक अभिनय को देखकर दर्शक भावुक नजर आए।
पर्वतीय रामलीला कमेटी विगत 14 वर्षों से देहरादून में रामलीला का आयोजन कर रही है। सीआईएमएस एंड यूआईएचएमटी ग्रुप ऑफ कॉलेज के चेयरमैन ललित मोहन जोशी शुरु से ही इस रामलीला में विभिन्न पात्रों की भूमिका निभाते आए हैं। वह चार साल तक राम की भूमिका में भी नजर आ चुके हैं।
पर्वतीय रामलीला कमेटी के 14 वर्षों के सफर में जब इस वर्ष पहली बार श्रवण कुमार नाटक का मंचन किया गया तो उसमें ललित जोशी श्रवण कुमार का अभिनय करते हुए नजर आए। जल की तलाश में सरयू के तट पर श्रवण कुमार जब राजा दशरथ के शब्दभेदी बाण से घायल हो जाते हैं उस दृश्य का अभिनय करते हुए ललित जोशी ने
उक्त पंक्तियों को गाते हुए दर्शकों के भाव विभोर किया और कई दर्शकों के आँखों से झलके आँसू।
श्रवण कुमार नाटक के जरिए दिखाया गया कि आज के युवा पीढ़ी को मातृ-पितृ भक्त श्रवण कुमार से सीख लेनी चाहिए। मंचन के दौरान संदीप ढैला ने राजा दशरथ की भूमिका निभाई तो वहीं श्रवण कुमार के पिता के रूप में हरिसुमन सिंह व माता का अभिनय योगेश पपनै ने किया।
सीआईएमएस एंड य़ूआईएचएमटी ग्रुप ऑफ कॉलेज के चेयरमैन एडवोकेट ललित मोहन जोशी वर्तमान में शिक्षा के क्षेत्र में काम करने के साथ-साथ नशा उन्मूलन को लेकर भी कार्य कर रहे हैं। वह अपने संस्थान में सैंकडों बच्चों को निशुल्क उच्च शिक्षा भी प्रदान कर रहे हैं। व्यस्त जीवन शैली के बावजूद भी वह ऐसे अनेकों साामाजिक व धार्मिक आयोजनों में निस्वार्थ भाव से प्रतिभाग करते रहे हैं।
पंचम दिन के मंचन के दौरान पर्वतीय रामलीला कमेटी के अध्यक्ष जीवन सिंह बिष्ट, महामंत्री मदन जोशी, मुख्य अतिथि के रूप में अनंत शंकर ताकवाले डीआईजी उत्तराखण्ड पुलिस, ज्वाइंट डायरेक्टर अभियोजन गिरीश चन्द्र पंचोली, केयर कॉलेज के चेयरमैन राजकुमार शर्मा,आरोग्य मेडिकल कॉलेज के चेयरमैन संदीप केडिया सहित कार्यकारिणी पदाधिकारी व विभिन्न अतिथिगण मौजूद रहे।