लापता लोगों की खोज के लिए पूरी तत्परता से काम करें राहत व बचाव दल : मुख्यमंत्री

लापता लोगों की खोज के लिए पूरी तत्परता से काम करें राहत व बचाव दल : मुख्यमंत्री

देहरादून। चमोली में आयी आपदा का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रभावित क्षेत्र में युद्ध स्तर पर राहत व बचाय कार्य संचालित करने के निर्देश दिये। गुरूवार को यहां मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विनोद कुमार सुमन से देर रात चमोली जनपद में अतिवृष्टि के कारण उत्पन्न स्थिति की जानकारी ली।

उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों में युद्ध स्तर पर राहत और बचाव कार्य संचालित करने, प्रभावितों को तत्काल मदद पहुंचाने तथा प्रभावित लोगों को असुरक्षित स्थानों से सुरक्षित स्थानों में पहुंचने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने विभिन्न घटनाओं में घायल हुए लोगों का बेहतर से बेहतर उपचार करने तथा लापता लोगों की खोज के लिए खोज एवं बचाव अभियान को तत्परता से संचालित करने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में राज्य सरकार प्रभावित परिवारों के साथ मजबूती से खड़ी है। राहत और बचाव दलों को प्रभावित क्षेत्रों में त्वरित गति से कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं। जिन भाई बहनों के मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं, उनके रहने, भोजन के साथ ही स्वास्थ्य सुविधाओं की समुचित व्यवस्था प्रशासन द्वारा की गई है। प्रभावित परिवारों के लिए राहत शिविरों में सभी आवश्यक व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए गए हैं।

उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों में जल्द से जल्द बिजली तथा पानी की आपूर्ति बहाल करने और क्षतिग्रस्त सड़कों को जल्द दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं। सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विनोद कुमार सुमन ने बताया कि बीती देर रात चमोली जनपद के तहसील नंदानगर के ग्राम कुन्तरी लगाफाली, ग्राम कुन्तरी लगा सरपाणी एवं ग्राम-धुर्मा में अतिवृष्टि के कारण भारी मलबा आने से नुकसान हुआ है।

उन्होंने बताया कि गत रात्रि समय लगभग प्रातः तीन बजे तहसील नदांनगर अंतर्गत ग्राम-कुन्तारी लगाफाली में अतिवृष्टि के कारण 08 व्यक्तियों के लापता होने तथा मलबे में दबने एवं 15/20 भवन व गौशाला के क्षतिग्रस्त होने की सूचना प्राप्त हुई है। मलबे में दबे 3 (2 महिलाओं एवं 1 बच्चे) को स्थानीय पुलिस, डीडीआरएफ, एवं राजस्व विभाग की टीम द्वारा सुरक्षित रैस्क्यू कर लिया गया है।

लगभग 150-200 ग्रामीणों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है। उपरोक्त घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नंदानगर में उपचार हेतु भर्ती कराया गया है। घटना स्थल पर तुरन्त प्रभाव से एसडीआरएफ, एनडीआरएफ एवं आई.टी.बी.पी. गौचर 8वीं वाहिनी की टीमों को बचाव कार्य हेतु भेजा गया है।

भारी वर्षा एवं मार्गों में जगह-जगह भूस्खलन होने के कारण रैस्क्यू टीमों को घटना स्थल पर पहुंचने में विलंब हो रहा है। एनडीआरएफ तथा एसडीआरएफ, की टीम पैदल मार्ग से मौके पर पहुंचने वाली है। वहीं दूसरी घटना तहसील नदांनगर अंतर्गत कुन्तारी लगा सरपाणी गांव में घटी है। यहां अतिवृष्टि से 02 व्यक्तियों के लापता 02 भवनों के क्षतिग्रस्त होने की सूचना प्राप्त हुई है।

घटना स्थल पर स्थानीय पुलिस, डीडीआरएफ, एवं राजस्व की टीम द्वारा खोज एवं बचाव का कार्य किया जा रहा है। लगभग 100 ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है। घटना स्थल पर तुरन्त प्रभाव से एसडीआरएफ, एनडीआरएफ एवं आई.टी.बी.पी. गौचर 8वीं वाहिनी की टीमों को बचाव कार्य हेतु भेजा गया है। भारी वर्षा एवं मार्गों में जगहकृजगह भूस्खलन होने के कारण रैस्क्यू टीमों को घटना स्थल पर पहुंचने में विलंब हो रहा है।

वहीं ग्रामकृधुर्मा में अतिवृष्टि से मोक्ष नदी का जलस्तर बढ़ने से 02 व्यक्तियों के लापता होने तथा 8-10 भवनों के क्षतिग्रस्त होने की सूचना प्राप्त हुई है। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ एवं आई.टी.बी.पी. गौचर 8वीं वाहिनी, राजस्व एवं डीडीआरएफ की टीमों को बचाव कार्य हेतु भेजा गया है। भारी वर्षा एवं मार्गों में जगह-जगह भूस्खलन होने के कारण रैस्क्यू टीमों को घटनास्थल पर पहुंचने में विलंब हो रहा है।

एनडीआरएफ तथा एसडीआरएफ की टीम पैदल मार्ग से मौके पर पहुंचने वाली हैं। वहीं घटना की जानकारी मिलते ही सुबह ही सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विनोद कुमार सुमन, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रशासन आनंद स्वरूप, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी क्रियान्वयन डीआईजी राजकुमार नेगी, जेसीईओ मोहम्मद ओबेदुल्लाह अंसारी तथा यूएसडीएमए के विशेषज्ञ राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र पहुंचे। कंट्रोल रूम से राहत और बचाव दलों को तुरंत एक्टिवेट करते हुए घटनास्थल के लिए रवाना किया गया। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से खोज एवं बचाव अभियान पर निगरानी रखी जा रही है।