लाल के शहीद होने की सूचना पर घर में पसरा मातम
नैनीताल। Nainital’s son martyred in encounter with terrorists बीते रोज जम्मू कश्मीर के राजौरी में सुरक्षाबलों और आतंकियों की मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में सेना के दो कैप्टन समेत चार जवान शहीद हो गये थे।
आतंकियों के साथ हुई इस मुठभेड़ में शहीद होने वालों में उत्तराखंड का लाल भी शामिल था। इस मुठभेड़ में नैनीताल के संजय बिष्ट शहीद हुए हैं। संजय के शहीद होने की खबर के बाद से ही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। संजय बिष्ट नैनीताल के खैरना के रहने वाले थे।
नैनीताल के खैरना निवासी संजय ने देश की सुरक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर किये हैं। संजय कश्मीर के राजौरी क्षेत्र में दुश्मनों का सामना करते हुए शहीद हुए हैं। संजय की शहादत के बाद उसके परिवार में अब कोहराम मचा हुआ है।
नैनीताल जनपद के रातीघाट निवासी वीर जवान संजय बिष्ट जी के जम्मू कश्मीर के राजौरी में आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान शहीद होने का अत्यंत दु:खद समाचार प्राप्त हुआ। ईश्वर दिवंगत आत्मा को श्रीचरणों में स्थान एवं शोकाकुल परिजनों को यह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
माँ भारती की… pic.twitter.com/jLlcFAB4rF
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) November 23, 2023
संजय की शहादत की खबर सुनकर आसपास के गांव के लोग उनके घर में जुटना शुरू हो गए हैं। संजय के भाई नीरज बिष्ट ने बताया सेना के अधिकारियों ने उनके 28 वर्षीय भाई संजय की शहादत की जानकारी दी।
उम्मीद जताई जा रही है आज शाम तक संजय का पार्थिव शरीर नैनीताल के खैरना स्थित उनके पैतृक घर पहुंच जाएगा। जहां उनके सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। नीरज बिष्ट ने बताया 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद संजय वर्ष 2011-12 में रानीखेत से सेना में भर्ती हुए थे।
शहीद संजय के भाई नीरज ने बताया उनके परिवार में माता-पिता समेत दो बहने और दो भाई हैं। जिसमें से भाई संजय के शहीद होने की खबर प्राप्त हुई है। संजय के पिता खैरना स्थित पोस्ट ऑफिस में तैनात हैं।
शहीद संजय के पार्थिव शरीर को नैनीताल लाने के लिये प्रशासन भी तैयारी कर रहा है। जिसके लिये उनके गांव के पास अस्थाई हेलीपैड निर्माण की तैयारी की जा रही है। जिससे शव को गांव में लाया जा सके।
राजौरी में हुई दुश्मनों के साथ आतंकी मुठभेड़ की जानकारी सेवा के अधिकारियों ने एकस में ट्वीट कर जानकारी शेयर करते हुए बताया की 19 नवंबर 23 को राजौरी जिले के कालाकोट क्षेत्र के गुलाबगढ़ जंगल में संयुक्त अभियान शुरू किया गया। जिसमें दो अधिकारी समेत एक जवान शहीद हुए हैं।