जमीअत के आहवान पर उत्तराखण्ड में मुस्लिम समुदाय ने किया शांतिपूर्ण विरोध
देहरादून। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए भीषण आतंकी हमले के विरोध में शुक्रवार को उत्तराखण्ड के विभिन्न जिलों में मुस्लिम समुदाय ने शांतिपूर्ण ढंग से विरोध प्रदर्शन किया। जमीअत उलेमा-ए-हिन्द उत्तराखण्ड के आह्वान पर मस्जिदों में नमाजियों ने काली पट्टियाँ बांधकर जुमे की नमाज अदा की, और देश की एकता व अखंडता के समर्थन में अपनी आवाज बुलंद की।
जामा मस्जिद पलटन बाजार में शहर काजी मौलाना मौहम्मद अहमद कासमी ने इस घटना की कड़े शब्दों में निन्दा की। आयशा मस्जिद से आईएसबीटी चौक तक जमीअत के जिला अध्यक्ष मौलाना अब्दुल मन्नान के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन किया गया। उन्होंने कहा, “यह हमला केवल इंसानों पर नहीं, बल्कि हमारे देश की आत्मा पर हमला है।”

उन्होंने आतंकवाद की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि भारत का हर नागरिक शांति और भाईचारे का समर्थक है। जमीअत के मीडिया प्रभारी मौहम्मद शाह नज़र ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले पर गहरा दुख जताते हुए कहा कि 27 निर्दाेष पर्यटकों की नृशंस हत्या एक अमानवीय कृत्य है जिसे किसी धर्म से नहीं जोड़ा जा सकता। जो लोग इसे इस्लाम से जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं, वह इस्लाम की सच्ची शिक्षाओं से अनभिज्ञ हैं। इस्लाम में, किसी निर्दाेष व्यक्ति की अकारण हत्या को समस्त मानवता की हत्या बताया गया है।
कहा कि जमीअत उलमा-ए-हिंद प्रभावित परिवारों के दुख में बराबर की भागीदार है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती है। इस अवसर पर जमीअत उलमा-ए-हिंद सभी नागरिकों से हर स्थिति में शांति, भाईचारा और सहिष्णुता बनाए रखने की अपील करती है। ऐसी घटनाओं का उद्देश्य केवल भय, घृणा और सांप्रदायिकता को बढ़ावा देना होता है, जिसे रोकने के लिए हमें एकजुट होना होगा। कहा कि कुछ संगठन देश का माहौल खराब करना चाहते हैं।
इसके अलावा सना मस्जिद आज़ाद कॉलोनी में मुफ्ति वासिल कासमी, कारगी जामा मस्जिद में मौलाना अब्दुल मन्नान, सईदिया मस्जिद में मुफ्ति अयाज़ कासमी, और आयशा मस्जिद चांचक में मौलाना रागिब मजाहिरी, जामा मस्जिद रांझावाला में मौलाना मुतययब, शान-ए-इलाही मस्जिद चांचक में कारी नईम, मस्जिद अबु बकर कारगी में कारी अबु बकर, मस्जिद उमर कारगी में मौलाना अकबर, मक्का मस्जिद कारगी में मौलाना जुबैर अहमद, आयशा मस्जिद आईएसबीटी में मुफित जिया उल हक़, फातिमा मस्जिद रक्षा विहार में मुफित रागिब, नूरानी जामा मस्जिद भगत सिंह कॉलोनी में मौलाना अहतशाम कासमी, दारूल उलूम मोहम्मदिया में कारी मुंतजिर, मस्जिद अली चांचक में मौलाना आबिद आदि ने मस्जिदों से शांति, सहिष्णुता और एकजुटता का संदेश दिया।
इस मौके पर डॉ. मदनी, हाजी गालिब कुरैशी, हाजी जियाउल हक़, महफूज कुरैशी, हाजी अकील अहमद, आसिफ अहमद, फरीद अहमद, तौफीक अहमद, नवाब अली, मौ. फरमान, हाजी तौसीफ खान, कारी फरहान मलिक, कारी आरिफ, कारी शाहवेज, हाजी एहसान सहित दर्जनों लोग इस विरोध में शामिल हुए।