जिसमें उनके द्वारा बताया गया था कि भारतीय वन्य जीव संस्थान देहरादून में मल्टी टास्किंग स्टाफ (एमटीएस) पद के लिए परीक्षा का आयोजन राजाराम मोहन राय पब्लिक स्कूल पटेलनगर में आयोजित किया गया था, जिसकी द्वितीय पारी में परीक्षा के दौरान दो अभ्यर्थियों की गतिविधि संदिग्ध पाये जाने एवं उनकी चैकिंग करने पर उनके कान से एक छोटा इयर फोन व छाती पर कमीज के नीचे से कैमरे से युक्त एक ईलेक्ट्रनिक डिवाईस एवं मेज के नीचे से एक और ईलैक्ट्रॉनिक डिवाईस,जिस पर मोबाईल कम्पनी का सिम लगा हुआ था,बरामद हुयी थी।
उक्त सूचना पर थाना पटेलनगर देहरादून में अभियोग पंजीकृत कर तत्समय परीक्षा देते हुये पकड़े गये दोनो अभ्यर्थियों नवराज पुत्र ईश्वर निवासी जीन्द, हरियाणा एवं प्रदीप पुत्र हरेन्द्र मोर निवासी जीन्द हरियाणा को गिरप्तार कर जेल भेजा गया।
उक्त मामले में किसी बड़े संगठित गिरोह के संलिप्त होने तथा परीक्षा में नकल कराये जाने की गम्भीरता को देखते हुये उक्त मामले की विवेचना को पुलिस मुख्यालय के द्वारा उत्तराखण्ड एसटीएफ को सौंपी गयी थी, एसएसपी एसटीएफ ने बताया कि मामले की विवेचना कर रहे एसटीएफ के निरीक्षक सुधीर कुमार द्वारा विवेचना में पाया कि इस मामले में पकड़ा गया दूसरा अभ्यर्थी प्रदीप पुत्र हरेन्द्र किसी अन्य अभ्यर्थि मोहित मोर्य के नाम से परीक्षा दे रहा था|
इस मामले में अन्य दो सदस्य सोनू पुत्र शीशपाल निवासी कैथल हरियााण एवं पवन पुत्र सुरेन्द्र जीन्द हरियाणा के नाम प्रकाश में आये।उक्त गिरोह के सदस्यों की गिरप्तारी के लिये उत्तराखण्ड एसटीएफ द्वारा हरियाणा में दबिश दी गयी तो वहां से अभियुक्त फरार हो गये इस पर एसटीएफ द्वारा इनकी गिरप्तारी के वारण्ट जारी कराये गये और इनकी गिरप्तारी के लिये पुलिस कप्तान देहरादून द्वारा 15 हजार रूपये ईनाम की घोषणा की गयी।
पुलिस कप्तान एसटीएफ आगे जानकारी देते हुये बताया कि ईनामी अपराधी सोनू पुत्र शीशपाल के बारे में एसटीएफ कार्यालय में सूचना मिलने पर एसटीएफ की टीम को कल बुधवार को कैथल हरियाणा में भेजा गया जहां पर कल देर रात में रोहतक एसटीएफ के साथ संयुक्त ऑपरेशन करते हुये
अभियुक्त सोनू पुत्र शीशपाल निवासी ग्राम डुण्डवा, थाना कलायत, जनपद कैथल हरियाणा को गिरप्तार करने में सफलता मिली है।