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- सीएम धामी की घोषणाओं की प्रगति का जायजा लेने यहां पहुंचे जावलकर
- घोषणाओं के क्रियान्वयन से रोजगार के नये अवसर पैदा होंगेः जावलकर
- चंपावत में पूर्णागिरी रोपवे, नन्धौर वन्यजीव अभयारण्य, हनुमानचट्टी का किया भ्रमण
देहरादून/चंपावत। कुमाँऊ क्षेत्र में पर्यटन की संभावनाओं को मूर्त रुप देने व मुख्यमंत्री की घोषणाओं की प्रगति का जायजा लेने सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर इस समय कुमाँऊ मण्डल का भ्रमण कर रहें है। भ्रमण कार्यक्रम के प्रथम दिन गुरुवार को उन्होने जनपद चंपावत में पूर्णागिरी रोपवे की प्रगति का जायजा लिया और स्थानीय जनता को रोजगार से जोड़ने के लिए रिवर राफ्टिंग की गतिविधियों के विकास के सम्बंध में अधिकारियों को निर्देश दिये। इस दौरान उन्होने नन्धौर वन्यजीव अभयारण्य, हनुमानचट्टी, भैरव मंदिर, टनकपुर साहसिक खेल केन्द्र ओर विवेकानंद आश्रम, श्यामलाताल का निरीक्षण किया। अधिकारियों को विकास कार्यों के प्रस्ताव प्राथमिकता के आधार पर शासन को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।
सचिव पर्यटन ने कहा कि पर्यटन विभाग का उद्देश्य इस क्षेत्र में रिवर राफ्टिंग गतिविधियों का विकास सुनिश्चित करते हुये स्थानीय युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराना है।
जनपद से सम्बंधित सभी मुख्यमंत्री घोषणाओं को शीघ्र पूर्ण करने को अधिकारियों को निर्देश दे दिये गये है। इन घोषणाओं के क्रियान्वयन से रोजगार के नये अवसर पैदा होंगे और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। पूर्णागिरी रोपवे का कार्य पूरा हो जाने के बाद जहां एक ओर श्रद्धालुओं का अनुभव और भी रोमांचक हो जाएगा वहीं दूसरी ओर इससे यात्रा और भी सुगम हो जाएगी। हनुमानचट्टी में सचिव पर्यटन ने रोपवे के लोवर टिर्मिनल का स्थलीय निरीक्षण किया और अभियंताओं को निर्देश दिये गये कि आईआईटी की टीम के माध्यम से जियोटेक्नीकल सर्वे कराने के बाद ही आगे का कार्य प्रारम्भ किया जाये। कुमाँऊ मण्डल विकास निगम व पर्यटन विभाग के अधिकारियों को पर्यटक आवास गृह टनकपुर के उच्चीकरण का प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। साथ ही टनकपुर में मल्टीलेवल पार्किंग निर्माण को प्रस्ताव उपलब्ध कराने को भी कहा। भ्रमण के दौरान जिला पर्यटन विकास अधिकारी अरविन्द गौड, उप जिलाधिकारी हिमाँशु कफल्टिया, पूर्णागिरी रोपवे अभियन्ता ओमकार पाण्डे, वन विभाग के अधिकारी व यूटीडीबी के जलक्रीडा विशेषज्ञ आदि उपस्थित रहे।
नन्धौर वन्यजीव अभयारण्य को ईको-टूरिज्म के रूप में होगा विकसित
देहरादून। नन्धौर वन्यजीव अभयारण्य को ईको-टूरिज्म साईट के रूप में विकसित करने के सम्बंध में जिला पर्यटन विकास अधिकारी व वन विभाग के अधिकारियों को प्रस्ताव उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। राफ्टिंग साईट के लिए स्मार्ट सोल्यूशन तैयार करने को जलक्रीडा विशेषज्ञ को निर्देश दिये गये ताकि राफ्टिंग गतिविधियों को अधिक सुरक्षित एवं सुगम बनाया जा सकें। टनकपुर स्थित साहसिक खेल केन्द्र के निरीक्षण के दौरान उन्होने जलक्रीडा विशेषज्ञ को निर्देशित किया कि सभी साहसिक उपकरणों का ऑडिट किया जाये। साथ ही उन्होने निर्देश दिये कि साहसिक खेल केन्द्र को उप जिलाधिकारी के निर्देशन में अलावा पीपीपी मोड में संचालित किया जाये, जिससे कि स्थानीय जनता व व्यवसायियों को इसका अधिकतम लाभ प्राप्त हो सके।