India on its way to becoming the world’s third largest economy
भारतीय उद्योगों के लिए अपने स्केल और साइज दोनों को बदलने का यही सही समय : अमित शाह
देहरादून। India on its way to becoming the world’s third largest economy केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने विज्ञान भवन, नई दिल्ली में पीएचडी चौंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के 118 वें वार्षिक सत्र में ‘उभरता भारत यही समय है, सही समय है’ विषय पर अपने संबोधन में देश के 75 सालों के लोकतांत्रिक सफर और पिछले 9 वर्षों की उपलब्धियों को गिनाया।
शाह ने कहा कि, ‘भारतीय उद्योगों के लिए अपने स्केल और साइज दोनों को बदलने का यही सही समय है। संकल्प से सिद्धि के इस सफर में शाह का स्पष्ट मानना है कि जब देश आजादी की शताब्दी मना रहा होगा उस वक्त हर क्षेत्र में भारत सबसे आगे होगा, क्योंकि सबसे ज्यादा युवा, सबसे ज्यादा आबादी वाला देश, सबसे ज्यादा डॉक्टर, इंजीनियर और टेक्नोक्रैट्स भारत में हैं।
अगर साल 2014 के बाद के भारत को देखा जाए तो पता चलता है कि मोदी-शाह की जोड़ी ने अपने हर वादे को निभाया। यही कारण है कि साल 2014 में हम विश्व की 11वीं नंबर की अर्थव्यवस्था थे और साल 2023 में दुनिया की पाँचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर उभरे हैं। इतना ही नहीं, साल 2027 तक भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है।
भारत उत्पादन के क्षेत्र में रिकॉर्ड तोड़ रहा : Amit Shah
2013-14 में देश में 4 यूनिकॉर्न स्टार्टअप और 350 स्टार्टअप थे, आज 115 यूनिकॉर्न और 1 लाख से अधिक स्टार्टअप के साथ भारत दुनिया के प्रमुख देशों में से एक है। एक दौर था जब मेक इन इंडिया कार्यक्रम का मजाक उड़ाया जाता था, आज भारत उत्पादन के क्षेत्र में रिकॉर्ड तोड़ रहा है।
देश के अंदर 14 सेक्टर में पीएलआई स्कीम ने मेक इन इंडिया के स्वप्न को साकार किया है। आज पूरे विश्व में भारत को वाइब्रेंट स्पॉट के रूप में जाना जाता है। मोदी जी की दूरदर्शिता और शाह के नीतिगत निर्णयों से बीते 9 सालों में हर क्षेत्र में देश का कायाकल्प हुआ है।
‘उभरता भारतरू यही समय है, सही समय है’ थीम चुनने के लिए पीएचडी चौंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की टीम को बधाई देते हुए शाह ने संदेश दिया कि जी20, चंद्रयान-3 मिशन, आदित्य एल-1 मिशन की सफलता और महिला आरक्षण बिल के पास होने जैसी घटनाओं ने देश भर में एक नई ऊर्जा भर दी है।
आज भारत में लोकतंत्र की जड़ें मजबूत हो चुकी हैं। मोदी सरकार द्वारा लाई गयी नई शिक्षा नीति के कारण आने वाले वर्षों में भारत दुनिया भर के छात्रों के लिए सबसे अच्छा डेस्टिनेशन साबित होने वाला है।