देहरादून। Drone Center of Excellence Launched in DIT डीआईटी विश्वविद्यालय, देहरादून ने शुक्रवार को उत्तराखंड का पहला ड्रोन सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का शुभारंभ किया। आईआईआरएस देहरादून के निदेशक डॉ. आरपी सिंह ने केंद्र का उद्घाटन किया।
राज्य में ड्रोन प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक केंद्र स्थापित करने का बीड़ा उठाने के लिए डीआईटी विश्वविद्यालय को बधाई देते हुए डॉ. सिंह ने आशा व्यक्त की कि यह केंद्र छात्रों को प्रशिक्षित करेगा और इस रोमांचक क्षेत्र में अनुसंधान करेगा। उन्होंने आगे कहा कि चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर लैंडिंग की सफलता के बाद अब आकाश कोई सीमा नहीं है, केवल हमारी कल्पना ही संभावनाएं सीमित करेगी।
उद्घाटन के बाद, छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने उनसे इस केंद्र का सर्वाेत्तम उपयोग करने के लिए कहा और उन्हें आईआईआरएस और इसरो में अवसर तलाशने के लिए भी आमंत्रित किया। डीआईटी यूनिवर्सिटी ने इस उद्यम में उद्योग भागीदार के रूप में पुणे स्थित कंपनी बेरी एवियोनिक्स को चुना है।
इस अवसर पर बोलते हुए, विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर जी रघुरामा ने बताया कि ड्रोन प्रौद्योगिकी में उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करने वाला डीआईटी उत्तराखंड का पहला विश्वविद्यालय है।
उन्होंने कहा कि केंद्र मानव शक्ति प्रशिक्षण, विनिर्माण, मरम्मत और रखरखाव में स्टार्टअप का समर्थन करने और उन्नत अनुसंधान करने पर ध्यान केंद्रित करेगा। उन्होंने ड्रोन को बढ़ावा देने और उपयोग के लिए राज्य नीति तैयार करने में उत्तराखंड सरकार द्वारा की गई पहल की भी सराहना की और कहा कि डीआईटी विश्वविद्यालय नीति में परिकल्पित राज्य के विकास में योगदान देने के लिए तत्पर है।
प्रोफेसर देबोपम आचार्य, डीन ने आपदा प्रबंधन, भौगोलिक मानचित्रण, पर्यावरण संवेदन और मॉडलिंग, प्रक्षेपवक्र पीढ़ी मॉडल और बाधा निवारण और नेविगेशन के क्षेत्रों में नियोजित अनुसंधान गतिविधियों के बारे में विस्तार से बताया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के सभी डीन, विभागाध्यक्ष, प्रमुख शिक्षक और छात्र उपस्थित थे।