- कोई चाहता है जम्बो पीसीसी, कोई शोर्ट
- नई दिल्ली में उत्तराखंड कांग्रेस नेताओं की उच्चस्तरीय बैठक
- संगठन विस्तार पर हुई गहन चर्चा
नई दिल्ली। उत्तराखंड कांग्रेस के भीतर राजनीतिक हलचल एक बार फिर तेज हो गई है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल सोमवार को नई दिल्ली में पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात करने पहुंचे। उनके साथ पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, पूर्व मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत और विधायक करण मेहरा भी मौजूद रहे।
दिल्ली में इन नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, संगठन महासचिव के.सी. वेणुगोपाल और उत्तराखंड प्रभारी कुमारी शैलजा से विस्तृत बैठक की। बैठक में टीम गोदियाल को लेकर मतभेद सामने आये हैं, सूत्रों के मुताबिक कई नेता चाहते है कि पीसीसी को जम्बो बनाया जाए, ताके सभी नेताओं को समायोजित किया जा सके, वहीं, कई दिग्गज चाहते है कि प्रदेश कार्यकारिणी को शोर्ट रखा जाए।
आज दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष श्री मल्लिकार्जुन खरगे जी, नेता विपक्ष श्री @RahulGandhi जी एवं संगठन महासचिव श्री @kcvenugopalmp जी से मुलाकात कर संगठनात्मक विषयों एवं राज्य के विभिन्न मुद्दों पर विस्तार से विचार-विमर्श किया।
📍 10 राजाजी मार्ग, दिल्ली pic.twitter.com/Ekp0LOfK1L— Ganesh Godiyal (@UKGaneshGodiyal) December 1, 2025
वहीं, बैठक में संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने, बूथ स्तर तक पार्टी की पकड़ बढ़ाने और आगामी चुनावी रणनीति पर विशेष रूप से चर्चा हुई। सूत्रों के अनुसार, राज्य संगठन में व्यापक बदलाव और नए चेहरों को जिम्मेदारी देने को लेकर भी बातचीत हुई। गणेश गोदियाल ने बैठक के बाद दावा किया कि “संगठनात्मक मुद्दों और राज्य की वर्तमान परिस्थितियों” पर सकारात्मक चर्चा हुई है।
कांग्रेस के भीतर चल रहे संगठनात्मक पुनर्गठन, नए प्रभारी के सक्रिय होने और आगामी चुनावी रणनीति को देखते हुए यह बैठक बेहद अहम मानी जा रही है। दिल्ली में हुई इस बैठक के बाद उत्तराखंड कांग्रेस में संभावित बदलावों की अटकलें और तेज हो गई हैं।
यशपाल आर्य और हरीश रावत की गैरमौजूदगी पर उठे सवाल
इस महत्वपूर्ण बैठक में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की गैरहाज़िरी ने राजनीतिक हलकों में कई तरह के सवाल खड़े कर दिए हैं। दोनों वरिष्ठ नेताओं की अनुपस्थिति को लेकर पार्टी के भीतर संभावित मतभेद और शक्ति-संतुलन के संकेत तलाशे जा रहे हैं।
