- नेता प्रतिपक्ष आर्य, पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह व धस्माना सहित सैकड़ों कांग्रेसी गिरफ्तार
- प्रदेशभर में कांग्रेसियों ने किया प्रदर्शन, कांग्रेसियों की पुलिस से हुई धक्का-मुक्की
देहरादून। कांग्रेस की शीर्ष नेता सोनिया गांधी व लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी समेत कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ ईडी की और से चार्जशीट दाखिल करने व नेशनल हेराल्ड की संपत्तियां जब्त करने के कारण आक्रोशित कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बुधवार को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर देशव्यापी प्रदर्शन किया।
बुधवार को सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने परेड ग्राउंड में एकत्रित हो कर जुलूस निकाला व केंद्र सरकार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व ईडी के खिलाफ जबरदस्त नारेबाजी करते हुए क्रॉस रोड स्थित ईडी कार्यालय पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान ईडी कार्यालय के सामने जब पूर्व अध्यक्ष प्रीतम सिंह व उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना बैरिकेडिंग को लांघ कर मुख्य द्वार पर पहुंचे तो पुलिस के साथ झड़प हो गई और जबरदस्त धक्का-मुक्की हुई जिस पर प्रीतम सिंह व धस्माना सड़क पर धरने पे बैठ गए और नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य भी वहां पहुंच गए।
श्रीमती सोनिया गांधी जी व जननायक श्री राहुल गांधी जी पर ED द्वारा फर्जी तरीके से चार्जशीट दाखिल कराके भाजपा ने कांग्रेसजनों को डराने-धमकाने की कोशिश की है।
लेकिन, जिस विचारधारा को अंग्रेज नहीं डरा पाए उसे ये भाजपाई क्या डरा पाएंगे?
आज देहरादून कांग्रेसजनों ने ईडी कार्यालय के… pic.twitter.com/7PDXOUN27D
— Uttarakhand Congress (@INCUttarakhand) April 16, 2025
कार्यकताओं ने ईडी कार्यालय पर देर तक नारेबाजी की, सवा एक बजे भारी पुलिस बल ने कार्यकर्ताओं को घेर कर गिरफ्तारी शुरू कर दी और नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व अध्यक्ष चकराता विधायक प्रीतम सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष संगठन सूर्यकांत धस्माना, महानगर अध्यक्ष डॉ. जसविंदर सिंह गोगी, परवादून जिला अध्यक्ष मोहित उनियाल, मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी समेत दर्जनों पार्टी कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर पुलिस लाइन पहुंचा दिया जहां से बाद में सभी को मुचलकों पर रिहा कर दिया गया।
प्रदर्शन में पूर्व मंत्री नव प्रभात, हीरा सिंह बिष्ट, प्रदेश कोषाध्यक्ष आर्येन्द शर्मा, एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष विकास नेगी, पूर्व विधायक राजकुमार, जयेंद्र रमोला, दिनेश सिंह कौशल, सुजाता पॉल, डॉ. प्रतिमा सिंह, गिरिराज किशोर हिंदवाण, उर्मिला थापा, शिल्पी अरोड़ा, सुशीला शर्मा, अनुराधा तिवारी, अभिनव थापर, सरदार अमरजीत सिंह, संजय किशोर, पार्षद अर्जुन सोनकर, इताअत खान, जाहिद अंसारी, रॉबिन त्यागी, अभिषेक तिवारी, पूर्व महानगर अध्यक्ष लाल चंद शर्मा, पूर्व जिला अध्यक्ष गौरव सिंह, मोहन काला, प्रमोद गुप्ता, संजय भारती, अनुज दत्त शर्मा, गोपाल गडिया, कमर सिद्दीकी, विनीत प्रसाद भट्ट बंटू, सुमित खन्ना समेत सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल रहे।
इस अवसर पर नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार पूर्वाग्रहों से ग्रसित हो कर गांधी परिवार के खिलाफ ईडी, सीबीआई व अन्य जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही हैं। उन पर मनी लॉन्ड्रिंग का अनर्गल आरोप लगा कर चार्जशीट लगाना हास्यास्पद है।
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि अगर मोदी सरकार यह सोचती है कि वो कांग्रेस के नेताओं को जेल, लाठी, डंडे दिखा कर खामोश कर देगी तो यह उनकी गलत फहमी है क्योंकि उनको याद करना चाहिए कि जब 1977 में जनता सरकार ने इंदिरा गांधी को डराने धमकाने की कोशिश की थी।
उनको जेल भेजा था तो पूरा भारत खड़ा हो गया था और वो जनता पार्टी की सरकार जिसका आज भी भाजपा जन संघ के रूप में हिस्सा थी मात्र ढाई साल में धराशाई हो गई थी। उन्होंने कहा कि अगर मोदी सरकार में साहस है तो वो एक बार फिर कांग्रेस नेताओं का दमन कर के देख ले पूरे भारत की जनता एक बार फिर कांग्रेस को सत्ता में वापस ले कर आ जाएगी।