- बद्री-केदार की तर्ज पर भव्य स्वरूप लेगा बागनाथ धामः सचिव पर्यटन
- भारत सरकार की प्रसाद योजना के तहत किए जाएंगे विकास कार्यः जावलकर
- परिसर में साउण्ड एण्ड लाइट शो का होंगा संचालन, संग्रहालय का किया जायेगा निर्माण
देहरादून। सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर के कुमाऊँ भ्रमण के तीसरे दिन जनपद बागेश्वर में स्थित बागनाथ धाम में केन्द्रीय पर्यटन मंत्रालय की प्रसाद योजना के तहत प्रस्तावित अवस्थापना विकास एवं पर्यटक सुविधाओं से सम्बंधित कार्यों को मूर्तरूप दिये जाने को मंदिर परिसर का स्थलीय निरीक्षण किया गया। उन्होंने कहा कि योजना के तहत मंदिर परिसर में सभी दुकानों को पर्वतीय शैली में एकरूपता के साथ विकसित किया जायेगा, सरयू तट पर घाटों का निर्माण किया जायेगा, परिसर में साउण्ड एण्ड लाइट शो का संचालन किया जायेगा और संग्रहालय का निर्माण किया जायेगा। मंदिर परिसर के चारों ओर फसाड और भित्तिचित्रों को प्रदर्शित करते हुये मंदिर परिसर को नया स्वरूप दिया जायेगा। चंडिका मंदिर से नीलेश्वर मंदिर के बीच रोपवे निर्माण, पुलों का सुंदरीकरण, प्रसाद वितरण को सुविनयर शॉप की स्थापना की जाएगी। उन्होंने कहा कि गहनता से मंदिर परिसर की सफाई की जायेगी और ट्रैफिक व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए परिसर के बाहर पार्किंग सुविधा विकसित की जायेगी।
सचिव पर्यटन ने जिला मुख्यालय में जनपदीय अधिकारियों के साथ एक बैठक भी ली। उन्होंने कहा कि बागनाथ धाम का विकास बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम की तर्ज पर किया जाएगा। सचिव पर्यटन ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि हर साल बागनाथ मंदिर में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढे तथा सभी यात्रियों को मंदिर तक पहुंचने के लिए सुगम एवं सुरक्षित निर्माण कार्य करने व स्थानीय निवासियों की आर्थिकी को बढाने के दृष्टिगत विकास कार्य किए जाए। सचिव पर्यटन ने कहा कि क्षेत्र में सांस्कृतिक, ऐतिहासिक, धार्मिक और हेरिटेज पर्यटन के विकास और रोजगार सृजन के लिए अपार क्षमता है। उन्होंने पर्यटन सर्किट के निर्माण पर बल दिया साथ ही धर्म, संस्कृति और विरासत को सम्मिलित करते हुए इस क्षेत्र के अनुकुल थीम पर आधारित विकास यह जाने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। ज्ञातव्य है कि केन्द्रीय पर्यटन मंत्रालय द्वारा प्रसाद योजना के अन्तर्गत बागेश्वर में अवस्थापना विकास तथा पर्यटन सुविधाओं को विकसित करने हेतु सैद्धान्तिक सहमति प्रदान की जा चुकी है और राज्य सरकार द्वारा इसकी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करवाई जा रही है। इससे पूर्व केदारनाथ, बद्रीनाथ तथा गंगोत्री एवं यमुनोत्री में प्रसाद योजना के अन्तर्गत विकास कार्य प्रगति पर हैं।
पक्षियों पर्यटन ने कहा कि विभाग का एकमेव उद्देश्य इन योजनाओं के माध्यम से पर्यटन अवस्थापना और पर्यटक सुविधाओं का विकास करना है, जिससे कि अधिक से अधिक संख्या में पर्यटक और श्रद्धालु यहां पहुंचे और स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध कराते हुए स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत किया जा सके। इस दौरान जिलाधिकारी विनीत कुमार, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी पर्यटन पूजा गर्ब्याल, अपर जिलाधिकारी चन्द्र सिंह इमलाल, मुख्य विकास अधिकारी संजय सिंह, उपजिलाधिकारी हरगिरि, अपर निदेशक पर्यटन पूनम चंद, जिला पर्यटन विकास अधिकारी कीर्ति आर्य, अधिअभि लोनिवि राजकुमार समेत सिंचाई, पेजयल निगम, ग्रामीण निर्माण विभाग, क्षेत्रीय पुरातत्व विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।