मुस्लिम समाज ने किया एमडीडीए का घेराव

  • मुस्लिम समाज ने किया एमडीडीए का घेराव
    तीन सप्ताह में सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को नोटिस जारी करेगा एमडीडीए
    एमडीडीए डालनवाला में आवासीय क्षेत्र में व्यावसायिक गतिविधियों का मामला

  • देहरादून।
    जमीअत उलेमा हिंद व मुस्लिम समाज (Jamiat Ulema Hind and Muslim Society) की और से एमडीडीए डालनवाला(mdda dalanwala) में आवासीय क्षेत्र में चल रही व्यवसायिक गतिविधियों पर रोक लगाने की मांग उठाई गई है। एमडीडीए ने तीन सप्ताह में सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठानों व अन्य धार्मिक संस्थानों को (Notice to commercial establishments and other religious institutions) नोटिस जारी करने का आश्वासन दिया है।


बुधवार को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत जमीयत उलेमा-ए-हिंद व मुस्लिम समाज से जुड़े सैकड़ो लोग मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) के कार्यालय पर पहुंचे, जहां उन्होंने एमडीडीए पर एक पक्षीय कार्यवाही करने का आरोप लगाते हुए धरना दिया। शहर काजी व जमीयत के प्रदेश उपाध्यक्ष मौलाना मोहम्मद अहमद कासमी ने कहा कि एमडीडीए डालनवाला में शांतिपूर्वक ढंग से अपनी प्रार्थना कर रहे लोगों को उनके संवैधानिक अधिकारों से रोका जा रहा है। प्रार्थना (नमाज) पढ़ने के स्थल को इसलिए सील कर दिया गया कि वहां पर आवासीय कॉलोनी है। उन्होंने कहा कि एमडीडीए की इसी आवासीय कॉलोनी में 100 से अधिक व्यापारिक प्रतिष्ठान, स्कूल और अन्य धार्मिक गतिविधियां चल रही है, अगर सब नियम विरूद्व है तो कार्यवाही एक पर क्यों की गई?। जमीयत के जिला अध्यक्ष मुफ्ति रईस अहमद कासमी ने कहा कि शासन-प्रशासन और एमडीडीए मुसलमानों को टारगेट करके एक तरफा कार्यवाही कर रहा है जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।


उन्होंने कहा कि अगर एक माह में एमडीडीए डालनवाला के सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान और अन्य धार्मिक गतिविधियों पर रोक न लगाई गई तो उग्र आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ेगा। उन्होने कहा कि यह सियासी सील है।

उल्लेखनीय है कि एमडीडीए डालनवाला में मुस्लिम समुदाय ने नमाज पढ़ने के लिए एक भवन में व्यवस्था की हुई थी, मगर एमडीडीए ने यह कह कर वह भवन सील कर दिया था, कि यह क्षेत्र आवासीय घोषित है, यहां धार्मिक, व्यावसायिक व अन्य गतिविधियां नही की जा सकती। मुस्लिम समाज का आरोप है कि उक्त क्षेत्र में 100 से अधिक व्यावसायिक प्रतिष्ठान, स्कूल व पार्क में कब्जा कर धार्मिक गतिविधियां चल रहीं है, जिन पर एमडीडीए कोई कार्रवाई नही कर रहा है। एमडीडीए का घेराव करने पहुंचे मुस्लिम समाज के प्रतिनिधिमंडल ने सचिव मोहन सिंह बर्निया, रजा अब्बास से वार्ता की। वार्ता में एमडीडीए की और से तीन सप्ताह में सभी को नोटिस जारी करने का आशवासन दिया गया है। इस मौके पर मौलाना अहतशाम, मौलाना अब्दुल मान्नान, कारी रागिब मजाहिरी, पूर्व मंत्री याकूब सिद्दीकी, मुफ्ति अयाज, मास्टर अब्दूल सत्तार, आसिफ कुरैशी, तौसीफ खान, अरशद अहमद, रफी अहमद, मुकीम पार्षद, नईम कुरैशी व इकबाल राव आदि मौजूद रहे।

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