विरासत बचाने को इतिहास पढ़ना होगा : धर्मेंद्र प्रधान

विरासत बचाने को इतिहास पढ़ना होगा : धर्मेंद्र प्रधान

केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने किया ‘यूपीईएस ऑन’ का उदघाटन
छात्रवृत्ति व आने वाले समय के शिक्षा परिदृश्य पर केन्द्रित ऐआई इंटीग्रेटिट पाठ्यक्रम की हुई घोषणाएँ

देहरादून। Union Education Minister Dharmendra Pradhan in UPES आज भारत पूरी दुनिया का नेतृत्व कर रहा है, जी-20 सम्मेलन न्यू इंडिया में भी संभव है, हमें अपनी विरासत को बचाना है, तो इतिहास को पढ़ना ही होगा। यह बात मंगलवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने यूपीईएस की दूरस्थ शिक्षा की नयी वैबसाइट ‘यूपीईएस ऑन’ के उदघाटन पर छात्रों को संबोधित करते हुए कही।

धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि आज दुनिया मोदी के पीछे चल रही है। हमने विश्व को एक युनिट माना है। डीजिटल दौर में जो समय के साथ बदलाव नही करेगा, वह पिछड़ जाएगा। धर्मेंद्र प्रधान ने लाखों लोगों को गरीबी से उबारने का भी दाया किया।

इससे पहले केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान व उत्तराखंड के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने मंगलवार को यूपीईएस की दूरस्थ शिक्षा की नयी वैबसाइट ‘यूपीईएस ऑन’ का उदघाटन किया। कहा की 21 वी सदी की यूनिवर्सिटी बन चुकी हैं।

अमृतकाल विमर्श-विकसित भारत 2047 पर अपने संवाद के दौरान भारत के समग्र विकास पर बोलते हुए मंत्री ने वर्तमान में देश में देखी जा रही भारत की अमृतकाल यात्रा पर अपनी अंतर्दृष्टि साझा की। प्रधान ने शिक्षा के माध्यम से सशक्तिकरण के भारत सरकार के दृष्टिकोण के अनुरूप सभी योग्य लोगों के लिए शिक्षा को सुलभ बनाने में यूपीईएस की पहल और प्रतिबद्धता की सराहना की।

विकास गतिविधियों में विश्वविद्यालयों की भूमिका अहम : Dr Dhan Singh Rawat

शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा की राज्य में विकास गतिविधियों में विश्वविद्यालयों की भूमिका अहम है। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा, मुझे खुशी है कि यूपीईएस न केवल देश के मेधावी छात्रों को शिक्षित कर रहा हैं, बल्कि 17 से अधिक विदेशी देशों के छात्रों को भी शिक्षित कर रहा है।

प्रदेश में 23 निजी विवि हो गए हैं। विवि स्थापना के लिए राहत दी हैं, 110 दीक्षांत समारोह में भाग ले चुका हूं। सरकार ने अपनी पावर विवि को ट्रांसफर कर दी हैं। यूपीईएस ने प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को, जिसमें आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों और खेल व्यक्तियों के लिए भी अवसर शामिल है, को 100 स्कॉलरशिप प्रदान करने की घोषणा की हैं।

डॉ. राम शर्मा-कुलपति यूपीईएस ने कहा कि  वेबसाइट के नए चरण के सबसे रोमांचक पहलुओं में से एक हमारे पाठ्यक्रम में एआई का एकीकरण है। यह अग्रणी कदम छात्रों को ज्ञान और कौशल से लैस करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

यूपीईएस के चांसलर डॉ. सुनील राय ने मंत्रियों और अतिथियों का यूपीईएस परिसर में स्वागत किया। कार्यक्रम में यूपीईएस अधिकारियों, रजिस्ट्रार मनीष मदान और संबंधित स्कूलों के डीन, संकाय और छात्र-छात्राए उपस्थिति थी।

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