राजभवन घेराव करने जा रहे 200 कांग्रेसी गिरफ्तार

  • राजभवन घेराव करने जा रहे 200 कांग्रेसी गिरफ्तार
  • हाथीबडकला बैरिकेटिंग पर पुलिस ने किया गिरफतार, पुलिस लाईन भेजा
  • कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज करने व एआईसीसी को सील करने का कर रहे थे विरोध


देहरादून।
राहुल गांधी से ईडी की पूछताछ के विरोध में उतरे कांग्रेसियों की पुलिस से जमकर झड़प हुई, प्रदेश अध्यक्ष सहित 200 कांग्रेसियों को गिरफ्तार कर पुलिस लाईन भेजा गया। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से कांग्रेस नेता अध्यक्ष राहुल गांधी को जांच के नाम पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए व कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज करने और एआईसीसी मुख्यालय दिल्ली को सील किए जाने के विरोध में गुरुवार को कांग्रेसियों ने केंद्र सरकार का पुतला फूंककर विरोध जताया व देश भर में राजभवनों का घेराव किया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में कांग्रेसजनों ने विशाल प्रदर्शन करते हुए राजभवन का घेराव किया व राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा।


देहरादून में भी कांग्रेसी राजभवन कूच करने पहुंचे। हाथीबड़कला के पास पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर प्रदर्शनकारियों को रोका लिया। जिसके बाद पुलिस और प्रदर्शनकारियों में जमकर नोकझोंक और धक्का मुक्की हुई। प्रदर्शन कर रहे प्रदेश अध्य्क्ष करन माहरा सहित कांग्रेस के 200 कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। विधायक अनुपमा रावत सहित कई कार्यकर्ता इस दौरान जमीन पर लेट गए। जिन्हें पुलिस ने बमुश्किल उठा कर गाड़ी में डाला। पुलिस लाइन ले जाने के बाद उन्हें निजी मुचलके पर छोड़ दिया गया।


राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन में कंाग्रेस ने आरोप लगाया कि केन्द्र की वर्तमान सरकार द्वारा राजनैतिक प्रतिशोध और द्वेष की भावना से प्रेरित होकर सरकारी ऐजेंसियों का दुरूपयोग करते हुए विपक्षी दल के नेताओं का उत्पीडन किया जा रहा है जिसकी कांग्रेस पार्टी घोर निन्दा करती है। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई इसी बात का द्योतक है।प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से कांग्रेस नेता अध्यक्ष राहुल गांधी को जांच के नाम पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज करने और एआईसीसी मुख्यालय दिल्ली को सील किए जाने के विरोध में कांग्रेसियों ने केंद्र सरकार का पुतला फूंककर विरोध जताया। वक्ताओं ने कहा कि मोदी सरकार हिटलरशाही पर उतर आई है। लोकतंत्र को खत्म किए जाने की साजिश रची जा रही है।

प्रदर्शन करने वालों में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापडी, विधायक आदेश चैहान, रवि बहादुर, अनुपमा रावत, सुमित हृदयेश, पूर्व मंत्री नवप्रभात, पूर्व विधायक जोत सिंह गुनसोला, मनोज रावत, राजकुमार, प्रदेश उपाध्यक्ष प्रशासन संगठन मथुरादत्त जोशी, प्रदेश महामंत्री संगठन विजय सारस्वत, प्रदेश मीडिया प्रभारी राजीव महर्षि, प्रदेश कोषाध्यक्ष आर्येन्द्र शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना, धीरेन्द्र प्रताप, राजेन्द्र शाह, नवीन जोशी, याकूब सिद्धिकी, राजपाल खरोला, सुरेन्द्र कुमार, गढवाल मण्डल मीडिया प्रभारी गरिमा दसौनी, पूर्व मंत्री अजय सिंह, मनीष नागपाल, पी.के. अग्रवाल, राजेन्द्र भण्डारी, युवा अध्यक्ष सुमित्तर भुल्लर, मोहन भण्डारी, डाॅ. जसविन्दर सिंह गोगी, महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा, जिलाध्यक्ष संजय किशोर, अश्विनी बहुगुणा, नजमा खान, मनमोहन मल्ल, महन्त विनय सारस्वत, दीप बोहरा, संदीप चमोली, राकेश नेगी, यामीन अंसारी, कपिल भाटिया, अमरजीत सिंह, सुशील राठी, प्रदीप जोशी, विशाल मौर्य, मोहन काला, शिवा वर्मा, रामसिंह बघेल, टिवंकल अरोड़ा, अकरम कुरैशी, संजय सैनी, मगन, मंगू राम, भूपेन्द्र नेगी, अंजली, कविता माही, गुलफान जान आदि शामिल थे।

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