- शादाब शम्स के सर सजा ताज
- निर्विरोध बने उत्तराखण्ड वक्फ बोर्ड अध्यक्ष
- सीएम-संगठन का जताया आभार
- शम्स के सामने किसी ने नही किया नामांकन
देहरादून। लंबे समय के बाद आखिर कार उत्तराखण्ड वक्फ बोर्ड का गठन हो ही गया है। बुधवार को सचिवालय में उत्तराखण्ड वक्फ बोर्ड अध्यक्ष के चुनाव की पूरी तैयारियां की गई थी, मगर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता व बोर्ड सदस्य शादाब शम्स के अलावा किसी ने भी नामांकन पत्र दाखिल नही किया। जिसके चलते प्रमुख सचिव अल्पसंख्यक कल्याण व निर्वाचन अधिकारी एल फैनई ने शादाब शम्स को निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया। बोर्ड अध्यक्ष निर्वाचित होते ही शादाब शम्स ने सबसे पहले पार्टी कार्यालय में जाकर प्रदेश अध्यक्ष व सभी पार्टी जनों का आभार प्रकट किया, उसके बाद मुख्यमंत्री कार्यालय में सभी बोर्ड सदस्यों के साथ मिल कर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार प्रकट किया। उल्लेखनीय है कि विगत वर्ष 24 अक्टूबर को वक्फ बोर्ड का कार्यकाल समाप्त हो गया था। तभी से नए बोर्ड के गठन को लेकर गहमा-गहमी चल रही थी। 3 जनवरी 2022 को 8 सदस्यों को बोर्ड में विभिन्न श्रेणी के सदस्यों के तौर पर नामित किया गया था। आचार संहित लगने के चलते बोर्ड गठित नहीं हो पाया था।
दोबारा से सत्ता में आने के बाद धामी सरकार ने 14 जुलाई 2022 को बसपा विधायक सरवत करीब अंसारी व मोहम्मद शहजाद को बोर्ड में बतौर सदस्य नामित कर दिया था। इसके बाद वक्फ बोर्ड मुतवल्ली कोटे का चुनाव सम्पन्न हुआ जिसमें मुनव्वर अली ने जीत दर्ज की। मुनव्वर अली को शासन ने 5 अगस्त को बोर्ड सदस्य के तौर पर अधिसूचित किया। अब सभी सदस्यों के निर्वाचित व मनोनित होने के बाद बोर्ड अध्यक्ष का चुनाव कराया जाना था। प्रमुख सचिव अल्पसंख्यक कल्याण व निर्वाचन अधिकारी एल फैनई ने 30 अगस्त को अधिसूचना जारी करते हुए बोर्ड अध्यक्ष का चुनाव 7 सितम्बर को कराया जाने की अधिसूचना जारी की थी, बुधवार को शादाब शम्स के अलावा किसी ने भी नामांकन नही किया, इस लिये शम्स को निर्विरोध निर्वाचित किया गया। सीएम से मुलाकात के समय उत्तराखण्ड वक्फ बोर्ड के नवनियुक्त अध्यक्ष शादाब शम्स, सीईओ डॉ. अहमद इकबाल, विधायक व बोर्ड सदस्य सरवत करीब अंसारी, मोहम्मद शहजाद, सदस्य इकबाल अहमद, मुनफैत अली, मोहम्मद अनीस, डॉ. हसन नूरी, जिया बानो, मुतवल्ली कोटे से मुनव्वर अली, मौलाना जाहिद रजा, भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष इंतजार हुसैन, पार्षद आफताब आलम, साजिद मलिक, शायर अफजल मंगलौरी, आदि शामिल है।
सीएम ने इशारो ही इशारो में शादाब को चेताया
देहरादून। बोर्ड अध्यक्ष निर्वाचित होने के बाद जब शादाब शम्स बोर्ड सदस्यों के साथ मिल कर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार प्रकट करने पहुंचे तो सीएम धामी ने इशारो ही इशारों में बोर्ड अध्यक्ष को चेताया की काम करने वाले ही आगे जाते है, काम के दम पर ही लंबे समय तक टिका जा सकता है। सीएम ने यह भी कहा कि बोर्ड की जमीनों को व्यवस्थित करने के लिये योजनाबंद तरीके से काम करना होगा। यहां बहुत लोग आते है, कुछ बन भी जाते है, मगर काम करने वालों का ही नाम बाकी रहता है, उन्हाने अशफाक उल्लाह व मदन मोहन मालवीय का उल्लेख भी किया, प्रधानमंत्री मोदी जी के साथ बिताय अपने अनुभव भी साझा किये ओर कहा कि कोई बडा़ छोटा नही होता। सब को मिलकर काम करना होगा।