- जाने दून में कब, कहा होगी ईद की नमाज
- कल देश भर में मनाया जाएगा ईद का त्यौहार
- उलेमाओं ने साफ-सफाई रखने की दी हिदायत
- ऐबदार जानवर की कुर्बानी नही होगी कुबूल
देहरादून। कल यानी 10 जुलाई रविवार के दिन देश भर में एक साथ ईद-उल-अजहा का त्यौहार मनाया जाएगा। बरसात के मौसम ओर जिला प्रशासन की ओर से जारी की गई गाईडलाईन को देखते हुए ईद गाहों के साथ-साथ मस्जिदों में भी ईद-उल-अजहा की नमाज अदा करने का फैसला लिया गया है। देहरादून शहर व जिले के सभी गांवों में सुबहा 8 बजे से लेकर 10 बजे तक ईद-उल-अजहा की नमाज अदा की जाएगी। शहर देहरादून में नमाज के लिये वक्त तय कर दिया गया है। जमीयत उलेमा हिन्द (ए) के प्रदेश अध्यक्ष मौलाना हुसैन अहमद कासमी, प्रदेश महासचिव मौलाना शराफत कासमी, प्रदेश उपाध्यक्ष व देहरादून के शहर काजी मौलाना मोहम्मद अहमद कासमी, जमीयत के जिला अध्यक्ष मुफ्ति रईस अहमद कासमी, जिला महासचिव मौलाना इफतिखार कासमी, उपाध्यक्ष मास्टर अब्दुल सत्तार, प्रदेश सचिव मौलाना अब्दुल मन्नान,दारूल कज़ा के काज़ी मुफ्ति सलीम अहमद कासमी, सचिव मौलाना रिसालुद्दीन हक्कानी, जमीयत (म)के प्रदेश अध्यक्ष मौलाना मौहम्मद आरिफ कासमी, प्रदेश महासचिव मौलाना मासूम कासमी, मिल्ली काउंसील के प्रदेश अध्यक्ष मौलाना अकबर कासमी आदि ने ईद-उल-अजहा की मुबारकबाद पैश करते हुए, जरूरी हिदायात जारी की है। कहा है कि कुर्बानी का जानवर फरबा होना चाहिए, जानवर में कोई ऐब न हो, भेंस, भेंसा, कटरा 2 साल से कम की न हो, वहीं, बकरा, बकरी 1 साल से कम न होना चाहिए। भेड़-दुंबा भी एक साल का होना चाहिए, अगर भेड़-दुंबा 6 माह का भी इतना फरबा हो की एक साल का मालूम हो तो उसकी भी कुर्बानी की जा सकती है। कुर्बानी के समय साफ-सफाई का खास ख्याल रखा जाए। गरीबों-निर्धनों, यतीमों,कमजोरों की मदद करें।