केदारनाथ मार्ग में कंडी से दो सौ मीटर गहरी खाई में गिरा बच्चा, मौत
मौके से फरार हुआ कंडी संचालक नेपाली, पुलिस खोजबीन में जुटी
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ पैदल मार्ग में लिनचोली के पास कंडी से गिरकर एक बच्चे की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि यह बच्चा एक नेपाली मजदूर की ओर से कंडी से केदारनाथ ले जाया जा रहा था, मगर रास्ते में कंडी से बच्चा 200 मीटर गहरी खाई में गिर गया। घटना के बाद से मजदूर मौके से फरार हो गया। पुलिस ने मामले में सोनप्रयाग कोतवाली में नेपाली मजदूर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया है, जबकि नेपाली व्यक्ति की खोजबीन की जा रही है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बीते दो दिन पहले आगरा का एक परिवार केदारनाथ यात्रा के लिए आया था। पति, पत्नी के साथ दो बच्चे भी साथ में चल रहे थे। गौरीकुंड से वह लोग घोड़े से चले और भीमबली में सभी उतर गए। इस बीच पैदल चलते हुए 5 साल के शिवा गुप्ता निवासी आगरा ने रोते हुए चलने में असमर्थता जताई। इस बीच उसके माता-पिता ने बेटे को एक नेपाली मजदूर की कंडी पर सवार कर दिया और अपने आप पैदल चलने लगे। बताया जा रहा है कि बड़ी लिनचोली के पास कंडी से बच्चा दो सौ मीटर नीचे गहरी खाई में गिर गया, जिससे उसकी मौत हो गई। नेपाली मजदूर की लापरवाही से बच्चे के खाई में गिरने की चर्चाएं भी की जा रही हैं। वहीं घटना के बाद कंडी संचालक नेपाली मजदूर फरार हो गया। बच्चे के माता-पिता को रास्ते से कुछ लोगों ने बच्चे के गिरने की सूचना दी। तभी आनन-फानन में लिनचोली पहुंचते ही माता-पिता ने पुलिस को मामला बताया और बच्चे की तलाश शुरू की गई। पुलिस और एसडीआरएफ ने खोजबीन करते हुए लिनचोली के पास दो सौ मीटर नीचे गहरी खाई से बच्चे के शव को बरामद किया।
माता-पिता के पास नेपाली मजदूर की कोई पहचान नहीं थी, जिससे पुलिस को उक्त मजदूर की पहचान करना मुश्किल हो रहा है। पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने बताया कि बीते दो दिन पहले लिनचोली के पास आगरा निवासी शिवा गुप्ता की कंडी से गिरकर मौत हुई है। यह घटना दुभाग्यपूर्ण है। पुलिस ने सोनप्रयाग कोतवाली में नेपाली मजदूर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया है, जबकि उसकी तलाश की जा रही है। मजदूर कौन था, इसकी कोई ठोस पहचान नहीं है, मगर बच्चे के माता-पिता की ओर से दिए गए हुलिए के आधार पर पुलिस तलाश कर रही है।
पुलिस ने यात्रियों से की अपील
रुद्रप्रयाग। पुलिस ने केदारनाथ की यात्रा पर आए तीर्थयात्रियों से अपील की है कि जब भी वह स्वयं या परिवार के किसी भी सदस्य को घोड़े-खच्चर या डंडी-कंडी में बैठाते हैं तो इससे पहले संबंधित मजदूर, हॉकर और डंडी-कंडी संचालक की आईडी और फोटो जरूर लें। ताकि किसी भी परेशानी पर आसानी से उस तक पहुंचा जा सके।