- आपदाग्रस्त लोगों को मुआवजा दे सरकारः कांग्रेस
- प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर बसाया जाए
- भूस्खलन से पूरे राज्य में लगभग 200 से अधिक सडकें बंद
देहरादून। उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेेटी के अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि राज्य में भारी बरसात व दैवीय आपदा के कारण राज्य के पर्वतीय जनपदों में भारी नुकसान की खबर आ रही है। उन्होंने कहा कि जनपद पिथौरागढ के विधानसभा क्षेत्र धारचूला के मल्ली बाजार में भूस्खलन के कारण विशालकाय बोल्डर गिरने से तीन मकान ध्वस्त हुए हैं और लोगों ने मुश्किल से अपनी जानें बचाई है। उन्होंने कहा कि आपदाग्रस्त लोगों को लाखों का नुकसान हुआ है, जिसकी भरपाई करना काफी कठिन है। उन्होंने कहा कि प्रशासन की लापरवाही के कारण लोगों को समय पर सहायता नही मिल पा रही है, जिससे वहां के लोग अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जबकि धारचूला के आपदा ग्रस्त क्षेत्र के लोगों द्वारा लगातार सरकार से मांग की जा रही है कि उन्हें कहीं भी ऐसे स्थान पर स्थानान्तरित किया जाय जहां वह सुरक्षित रह सकें, मगर आज तक सरकार उन्हें अन्यत्र सुरक्षित जगह भूमि आवंटित नही कर पाई है। उन्हांेने कहा कि यदि प्रशासन व सरकार पहले संज्ञान ले लेती तो इस आपदा से बचा जा सकता था। उन्होंने सरकार से आपदा ग्रस्त लोगों को उचित मुआवजा देने के साथ-साथ उन्हें सुरक्षित स्थान पर स्थानान्तरित करने की मांग की है।
उन्होंने कहा कि राज्य के विभिन्न स्थानों पर फलों व फसलों की भारी बर्वादी हुई है, भूस्खलन से पूरे राज्य में लगभग 200 से अधिक सडकें जिसमें मुख्य मार्ग नैनीताल भवाली अल्मोडा मोटर मार्ग, टनकपुर पिथौरागढ मोटर मार्ग, ऋषिकेश ब्रदीनाथ धाम जैसी महत्वपूर्ण सड़कें बन्द होने के कारण पर्यटकों एवं राज्य की जनता को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
करन माहरा ने कहा कि ऑलवेदर रोड़ का श्रेय लेने वाली भाजपा सरकार की पोल खुल गई है। उन्होंने कहा कि राज्य की सड़कें जो मैदान व पहाड को जोड़ती है पूरी तरह ध्वस्त होने के कारण जनता को समय से राशन व खाद्य समाग्री उपलब्ध नही हो पा रही है। माहरा ने कहा कि मैदानी क्षेत्रों में भी प्रषासन द्वारा बरसात के निकासी की कोई भी व्यवस्था नही की है। उन्होेंने देहरादून राजधानी का हवाला देते हुए कहा कि शहर में जहॉ-तहॉ सड़कों में जलभराव हो रहा है, सड़कों में जहॉ-तहॉ गड्डे ही गड्डे है जिससे लगातार रोजमर्रा के काम करने वाले लोगों के लिए खतरा बना हुआ है। उन्हांेने आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार स्मार्ट सीटी के नाम पर करोड़ों रूपया बरबाद कर रही है। माहरा ने राज्य सरकार से जनपद टिहरी के चम्बा ब्लांक के दिखोलगांव में आपदा से ग्रस्त परिवार को भी उचित मुआवजा दिये जाने की मांग की हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि वे आपदा ग्रस्त लोगों के नुकसान का आंकलन करने को जिला प्रशासन को आवश्यक निर्देश दंे ताकि आपदा से ग्रस्त परिवारों को उचित मुआवजा के साथ सुरक्षित स्थानों पर रखने की व्यवस्था की जा सके।