जीवन बचाने के लिए हमें पृथ्वी को बचाना होगाः डॉ. फारूक
देहरादून। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पर्यावरण के प्रति जागरूकता लाने के लिये अशा रोडी वन प्रभाग देहरादून में वृक्षारोपण अभियान चलाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. एस. फारूक ने कहा कि पहला पर्यावरण दिवस 1973 को मनाया गया था और यह दिन हमें याद दिलाता है कि हमें अपने ग्रह पृथ्वी को हमेशा हरा-भरा रखते हुए बचाना है क्योंकि एक स्वस्थ और स्वच्छ वातावरण ही हमें स्वस्थ और खुश रखता है इसलिए हम हमारी आने वाली पीढ़ी के लिए अच्छा वातावरण जैसा कि हमारे पूर्वज हमारे लिए छोड़ गए। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में जिम कॉर्बेट पार्क 300 बाघों और पक्षियों की 600 से अधिक प्रजातियों के साथ राष्ट्र का गौरव है, जिसमें प्रवासी पक्षी भी शामिल हैं।
दून शहर स्वच्छ और हरा-भरा शहर था और इसे हेजेज का शहर कहा जाता था। आज कोई हेजेज नहीं हैं। हम भारत के नागरिक के रूप में साथी नागरिकों के बीच पेड़ लगाने की भावना पैदा करने के लिए बहुत जल्द फिर से इस तरह की कवायद करेंगे। हमें वृक्षारोपण करना चाहिए और जब भी संभव हो अपने घरों में किचन गार्डन विकसित करना चाहिए और अधिक फलों के पेड़ उगाने चाहिए। इससे बड़ी संतुष्टि और खुशी मिलेगी। इस मौके पर वन के रेंज अधिकारी उदय गौर का जन्मदिन केक काटकर मनाया गया और मिठाई बांटी गई। उन्होंने पौधरोपण अभियान को समय देने के लिए डॉ. फारूक को धन्यवाद दिया। इस अवसर पर प्रधान और वन रक्षक उपस्थित थे।