- चकराता-मसूरी-उत्तरकाशी तक रेल लाइन की आवश्यकताः बंसल
- राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने राज्यसभा में उठाई मांग
- ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन को देहरादून स्टेशन से भी जोड़ जाए
देहरादून। राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने राज्यसभा में उत्तराखंड के विकास से संबंधित प्रश्न रखे। सासंद नरेश बंसल ने सदन मे बताया की सहारनपुर-देहरादून-चकराता-उत्तरकाशी आदी अभी रेल लाइन से वंचित है। हरिद्वार-देहरादून के बीच कई प्रमुख रेलो का संचालन नही है और ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन को देहरादून रेलवे स्टेशन से भी जोड़ जाना बाकी है। सासंद बंसल ने स्पेशल मेनशन मंे संसद में कहा कि यह दुख का विषय है की आजादी के इतने साल बाद भी पहाड़ रेल व फोरलेन एवं आल वैदर रोड से वंचित रहा। नरेश बंसल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस दर्द को समझा व इसकी मंजूरी देने के साथ ही लक्ष्यबध कार्यक्रम के तहत इसका कार्य भी शुरू हो गया जो निश्चित रूप से रिकार्ड समय पर पुरा भी होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में बाबा केदार नाथ व भगवान बद्री विशाल के धाम का विकास कार्य जो हो रहा है उसके लिए वह साधुवाद के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि विकास कार्य हर क्षेत्र में हो रहा है पहले से बहुत ज्यादा व बिना घपले-घोटालों के उसके लिए मे उत्तराखंड की समस्त देवतुल्य जनता की और से अपने प्रधान सेवक की कोटि कोटि आभार वयक्त करता हूँ।
सासंद ने सदन मे बताया की चकराता-उत्तरकाशी आदि भी रेल लाइन से वंचित है। जहाँ हरिद्वार-देहरादून के बीच कई प्रमुख रेलो का संचालन नही है और ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन को देहरादून रेलवे स्टेशन से भी जोड़ जाना बाकी है। सासंद बंसल ने कहा कि सहारनपुर-देहरादून के बीच सीधा रेल संपर्क नही है जिससे हरिद्वार की और से आना पड़ता है व समय बहुत अधिक लगता है व माल भाडा भी बहुत अधिक हो जाता है। साथ ही चकराता, मसूरी, उत्तरकाशी जो उत्तराखंड के मुख्य धार्मिक और पर्यटन स्थल है व सुरक्षा एवं सामारिक द्रष्टि से महत्वपूर्ण है पर अभी तक रेल सुविधा नही है जो चिंता का विषय है। सासंद राज्य सभा नरेश बंसल ने सदन के माध्यम से सरकार से मांग की कि देहरादून-सहारनपुर के मध्य सीधी रेल लाइन, देहरादून-हरिद्वार के मध्य बड़ी रेल व सहारनपुर-देहरादून-चकराता-मसुरी-उत्तरकाशी रेल लाइन की आवश्यकता है, उन्होंने रेल मंत्री से इस ओर जल्द से जल्द कार्यवाही करने के लिए निवेदन किया।