आउटसोर्सिंग कर्मियों के साथ धरने पर बैठे हरीश रावत

  • आउटसोर्सिंग कर्मियों के साथ धरने पर बैठे हरीश रावत
  • हरदा ने सीएम, स्वास्थ्य मंत्री व स्वास्थ्य सचिव से की वार्ता
  • स्वास्थ्य मंत्री ने दिया अगली कैबिनेट बैठक में प्रस्ताव लाने का आशवासन


देहरादून।
काफी लंबे समय से अपनी सेवा बहाली की मांग को लेकर दून अस्पताल परिसर में धरने पर बैठे आउटसोर्सिंग कर्मियों से मंगलवार को पूर्व सीएम हरीश रावत ने मौके पर जाकर मुलाकात की, ओर कर्मियों के साथ धरने पर भी बैठे।
हरीश रावत ने स्वास्थ्य कर्मियों की मांगों को जायज ठहराते हुए उनके साथ धरने पर बैठने का फैसला लिया। धरने पर बैठने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सीएम धामी से फोन पर बात की, धामी से उन्होंने आउटसोर्सिंग कर्मियों की पुनः बहाली की मांग की। इस मौके पर हरीश रावत ने कहा कि कोरोना काल में दून अस्पताल में तैनात किए गए इन कर्मचारियों के काम की सभी ने सराहना की है, मगर अब इन कर्मचारियों की सेवा समाप्त कर दी गई है। इनके सेवा विस्तार को लेकर मैंने मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और स्वास्थ्य सचिव से वार्ता की है। हरीश रावत ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्री ने आश्वासन दिया है कि अगली कैबिनेट बैठक में इसको लेकर प्रस्ताव लाएंगे। इन कर्मचारियों के प्रति सब की भावनाएं सकारात्मक हैं, ऐसे में उम्मीद हैं कि राज्य के लोगों की भावनाओं को देखते हुए इनकी मांग का कोई समाधान निकल आएगा। हम हटाए गए इन कर्मचारियों के संघर्ष में भावनात्मक रूप से साथ हैं। दून अस्पताल में कोरोना काल में नियुक्त किए गए उपनल और पीआरडी के कर्मचारियों की सेवा 31 मार्च 2022 को समाप्त कर दी गई। यह कर्मचारी बीते 26 मार्च से सेवा विस्तार की मांग को लेकर आंदोलनरत हैं। इन कर्मचारियों से 3 अप्रैल को कांग्रेस विधायक प्रीतम सिंह भी मिलने पहुंचे थे और उनकी मांगों का समर्थन किया था। स्वास्थ्य मंत्री ने आशवासन तो दे दिया है, मगर देखना होगा कि कब तक वह अपना वादा पूरा करते है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here